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बिटकॉइन क्या है|What is Bitcoin in hindi

आजकल, डिजिटल विश्व ने नए दौर की शुरुआत की है, और उसमें Bitcoin नामक वर्चुअल करेंसी ने भी अपनी जगह बना ली है। Bitcoin , जिसे पहला क्रिप्टोकरेंसी के रूप में भी जाना जाता है, ने वित्तीय प्रणाली को पूरी तरह से बदल दिया है और इसने लोगों के वित्तीय विकल्पों को एक नए माध्यम से नया दिशा देने में मदद की है।

इस लेख में हम बिटकॉइन के बारे में विस्तार से बात करेंगे और जानेंगे कि यह क्या है और इसका इतिहास क्या है।

यह एक क्रिप्टोकरेंसी है और एक डिसेंट्रलाइज्ड डिजिटल मुद्रा है जिसका संचालन 2008 में किया गया था।इस करेंसी को किसी भी देश की सरकार कंट्रोल नहीं करती है।यह एक स्वतंत्र मुद्रा है।

इसे 2008 में एक व्यक्ति या समूह के द्वारा द्वारा जारी किया गया था। इसका मुख्य उद्देश्य एक नए वित्तीय प्रणाली की आवश्यकता को पूरा करना था, जो व्यक्तिगत लेन-देन को सुरक्षित और गोपनीय बनाती है। इसका नेटवर्क पहली बार 2009 में जनवरी में प्रारंभ हुआ था, जब सतोशी नामक व्यक्ति ने पहला बिटकॉइन लेन-देन विडियो गेमिंग फोरम पर किया। इसके बाद, बिटकॉइन की मांग और मूल्य में वृद्धि हुई और यह धीरे-धीरे वित्तीय बाजार का हिस्सा बन गया।

Bitcoin कैसे बनता है ?

इसे माइनिंग से बनाया जाता है।इसके माइनिंग के लिए कम्प्यूटर पर विशेष एल्गोरिदम का उपयोग किया जाता है। यह एल्गोरिदम कंप्यूटर के समूहों (माइनर्स) को नए बिटकॉइन ट्रांजैक्शन को सत्यापित करने और नए ब्लॉक्स को ब्लॉकचेन में जोड़ने के लिए प्रेरित करता है।

माइनर्स के द्वारा सत्यापित ट्रांजैक्शन को एक समूह में इकट्ठा किया जाता है और इसे एक “ब्लॉक” के रूप में पुष्टि की जाती है। यह ब्लॉक नवीनतम ब्लॉकचेन के नीचे जोड़ा जाता है।

Bitcoin का लेन देन कैसे होता है?

इसके लेन-देन का प्रक्रिया एक डिजिटल लेजर में दर्ज की जाती है, जिसे ब्लॉकचेन कहा जाता है। यह लेजर सभी Bitcoin लेन-देन की जानकारी को सुरक्षित रखता है और किसी भी तरह के फर्जी या डुप्लीकेट लेन-देन को रोकता है। लेन-देन की पुष्टि के लिए, ट्रांजैक्शन्स को कई पुष्टिकरण प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ता है और फिर उन्हें एक नए ब्लॉक में जोड़ा जाता है। इसके बाद, लेन-देन को “माइनिंग” प्रक्रिया के माध्यम से सत्यापित किया जाता है और ब्लॉकचेन में जोड़ा जाता है।इसकी सबसे छोटी यूनिट सातोशी है

बिटकॉइन के क्या उपयोग है ?

इसका प्रमुख उपयोग वित्तीय लेन-देन में होता है। यह व्यक्तिगत और अंतरराष्ट्रीय लेन-देन को सरल और सुरक्षित बनाता है और बैंकों या ब्रोकरों की आवश्यकता को कम करता है।

बिटकॉइन कैसे खरीदें?

आप इसे किसी भी क्रिप्टो ट्रेडिंग साइट या एप्लीकेशन पर जा कर खरीद सकते है।इसके लिए आपको एक अकाउंट बनाना होगा।जहा पहले आपकी KYC की जाएगी ।उसके बाद आप अपने बैंक अकाउंट से पेमेंट कर के बिटकॉइन खरीद और बेच सकते है।

ये भारत के कुछ मुख्य क्रिप्टो ट्रेडिंग साइट्स है:

Bitcoin Wallet क्या होता है?

बिटकॉइन वॉलेट एक ऐसी डिजिटल जगह है जहाँ आप इसे सुरक्षित रख सकते हैं और लेन-देन कर सकते हैं। यह एक प्रकार की कुंजी होती है जिसका उपयोग आपके Bitcoin के लेन-देन के लिए किया जाता है।

Bitcoin के फायदे:

Bitcoin के नुकसान:

भारत में Bitcoin का भविष्य

भारत में इसका भविष्य स्पष्ट नहीं है, क्योंकि इसके संबंध में सरकार की नीतियों में बदलाव हो सकता है। हालांकि, कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि भारत में इसका उपयोग भविष्य में वित्तीय सेवाओं में बदलाव लाने के लिए किया जा सकता है।

बिटकॉइन इंडिया में लीगल है या नहीं ?

वर्तमान में, यह भार त के नियमित वित्तीय प्रणाली का हिस्सा नहीं है । हालांकि, यह निवेश के रूप में या व्यक्तिगत लेन-देन के रूप में इसका उपयोग कर सकते है।

TAX on Bitcoin

अगर आप इससे मुनाफा कमाते हो तो आपको 30 % टैक्स देना होगा।

Concluson

बिटकॉइन एक डिजिटल क्रिप्टोकरेंसी है जिसका उपयोग वित्तीय लेन-देन के लिए किया जाता है। इसका उपयोग अंतरराष्ट्रीय लेन-देन को सरल और सुरक्षित बनाने के लिए किया जाता है और यह बैंकों या ब्रोकरों की आवश्यकता को कम करता है। इसके साथ ही, इसके नुकसान भी हो सकते हैं, और व्यक्तिगत स्तर पर सुरक्षा और सतर्कता की आवश्यकता होती है। भविष्य में, इसका का मूल्य और उपयोग बाजार की स्थितियों पर निर्भर करेगा, लेकिन इसका अवसर निवेशकों और उपयोगकर्ताओं के लिए यह हो सकता है कि वे एक नए वित्तीय सेक्टर में प्रवेश करें।

कुछ जरुरी बाते:

बिटकॉइन एक क्रिप्टोकरेंसी है और एक डिसेंट्रलाइज्ड डिजिटल मुद्रा है जिसका संचालन 2008 में किया गया था। यहां कुछ इस के बारे में जानकारी है:

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